द्रौपदी मुर्मू की जीवन परिचय | Draupadi Murmu Biography In Hindi

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नमस्ते दोस्तों आज के इस लेख मे हम आप सभी को द्रौपदी मुर्मू की जीवन परिचय | Draupadi Murmu Biography In Hindi के बारे मे जानकारी शेयर करने जा रहे है|

इस लेख मे हम Draupadi Murmu Biography In Hindi के बारे मे ही नहीं बल्कि द्रौपदी मुर्मू प्रारंभिक जीवन, द्रौपदी मुर्मू की परिवार, द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा, द्रौपदी मुर्मू की राजनीतिक करियर (Draupadi Murmu Political Career) इन सभी टॉपिक के बारे मे बात करेंगे|

आदिवासी समाज से आने वाली द्रौपदी मुर्मू ने आज 21 जुलाई 2022 को भारत के राष्ट्रपति चुनाव को को भारी बहुमत से जीत लिया है और वह 25 जुलाई को अपने राष्ट्रपति पद के लिए शपथ लेने जा रहे हैं|

Draupadi Murmu Biography In Hindi
(Draupadi Murmu Biography In Hindi)

लेकिन इसके पीछे उनके द्वारा की गई कड़ी मेहनत जुड़ी हुई है, द्रौपदी मुर्मू द्वारा बताया जाता है की किस प्रकार उनका आदिवासी समाज से जुड़े होने के कारण उन्हें कई लोगों के द्वारा अपने बचपन में काफी प्रताड़ना सहनी पढ़ती थी लेकिन उन्होंने अपने जीवन में कभी हार नहीं माना|

द्रौपदी मुर्मू ने अपने कठिन परिश्रम से शिक्षक की नौकरी प्राप्त की जिसके कुछ समय बाद उन्होंने सिंचाई विभाग में काम किया; द्रौपदी मुर्मू को उड़ीसा की बेस्ट विधायक पद से नवाजा गया साथ ही वह देश की पहली आदिवासी राज्यपाल बनी एवं झारखंड की पहली महिला गवर्नर बनी और अब वह देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने जा रही हैं|

द्रौपदी मुर्मू की जीवन परिचय | Draupadi Murmu Biography In Hindi

पूरा नाम:द्रौपदी मुर्मू
पिताजी का नाम:बीरांची नारायण टुडू
पति का नाम:श्याम चरम मुर्मू
जन्म तिथि:20 जून 1958
जन्म स्थान:मयूरभंज, उड़ीसा, भारत
जाति:अनुसूचित जाति
धर्म:हिन्दू
आयु:64 वर्ष
वजन:74 किलो
लंबाई:5 फिट 4 इंच
पेशा:राजनीतिज्ञ
पार्टी:भारतीय जनता पार्टी (BJP)
Draupadi Murmu Biography In Hindi

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द्रौपदी मुर्मू की प्रारंभिक जीवन | Draupadi Murmu Biography

द्रौपदी मुर्मू का जन्म मयूरभंज ओडिशा में 20 जून 1958 को हुआ था और अब वह 64 साल की उम्र पर भारत की राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। द्रौपदी मुर्मू हिंदू धर्म के एक अनुसूचित जनजाति है|

द्रौपदी मुर्मू के दो बेटे और एक बेटी थे लेकिन द्रौपदी मुर्मू के दोनों बेटे और पति की मृत्यु कुछ समय पहले हो गई|

इन्होंने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1997 में बीजेपी को उड़ीसा से ज्वाइन करके किया था। 1997 के समय में रायरंगपुर जिले से पहली बार द्रौपदी मुर्मू को जिला परिषद चुना गया था।

द्रौपदी मुर्मू की परिवार | Draupadi Murmu Family

अब हम यहाँ पर Draupadi Murmu Family के बारे मे जानेंगे, द्रौपदी मुर्मू के परिवार मे उसके पिता, पति, पुत्र, पुत्री एवं भाई शामिल है, जिसके बारे मे नीचे बताया गया है|

द्रौपदी मुरमू के पिता का नाम बिरांची नारायण टुडू था और वे एक संताली आदिवासी परिवार से जुड़े हुए व्यक्ति थे। द्रौपदी मुर्मू का विवाह एक बैंकर श्याम चरण मुर्मू से 1976 में हुआ जिनका मृत्यु 2014 में हो गया|

द्रौपदी मुर्मू को दो बेटे और एक बेटी थी, द्रौपदी मुर्मू की बेटी का नाम इतिश्री मुर्मू है, जिनकी शादी द्रौपदी मुर्मू ने गणेश हेम्ब्रम साथ करा दी है। उन्होंने 2009 से 2015 के बीच अपने पति को, मां को, दो बेटों को और अपने एक भाई को खो दिया।

द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा | Draupadi Murmu Education

अगर हम Draupadi Murmu Education की बात करे तो, इन्होंने Graduation की पढ़ाई पूरी की है| द्रौपदी मुर्मू के के इस मुकाम को हशील करने के लिए शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान रहा है|

द्रौपदी मुर्मू के थोड़े समझदार होते ही उनके माता-पिता द्वारा उनका एडमिशन पास के एक विद्यालय में करा दिया गया जहां उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा को खत्म किया।

स्कूली शिक्षा खत्म होने के बाद द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा की राजधानी भुनेश्वर में रामा देवी महिला कॉलेज से एडमिशन प्राप्त करके ग्रेजुएशन करने लगी एवं अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की|

ग्रेजुएशन की शिक्षा पूरी होने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर 1979 से 1983 तक काम किया। बिजली विभाग के नौकरी के कई सालों बाद 1994 में द्रौपदी मुर्मू रायरंगपुर में अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में टीचर के पद पर नियुक्त हुई जहां पर इन्होंने 1997 तक टीचर का काम किया। 1997 के बाद द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक करियर शुरू हुआ।

द्रौपदी मुर्मू की राजनीतिक करियर | Draupadi Murmu Political Career

द्रौपदी मुर्मू ने अपना राजनीतिक जीवन रायरंगपुर नगर पंचायत से पार्षद का चुनाव लड़कर 1997 में शुरू किया। ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी गठबंधन के सरकार के दौरान सन 2000 से 2002 तक द्रौपदी मुर्मू ने कई विभाग में विभाग अध्यक्ष के तौर पर काम किया|

द्रौपदी मुर्मू अपने कार्यकाल के दौरान उड़ीसा की बेस्ट विधायक चुनी गई। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनी एवं अब वह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। यह देशवासियों के लिए काफी गर्व की बात है कि उन्हें द्रौपदी मुरमू जैसी राष्ट्रपति मिल रही है।

1997 मैं जिला पार्षद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत:

द्रौपदी मुर्मू के राजनीतिक जीवन का शुरुआत 1997 में जिला पार्षद बन कर हुआ साथ ही वह रायरंगपुर की उपाध्यक्ष भी बनी रही और 2004 में वह रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी बनी जिसके मदद से वह अपने राजनीतिक जीवन में काफी ऊंचाइयां हासिल करने मैं सफल रही। इसके अलावा वह 2002 से 2009 तक मयूरभंज जिला भाजपा अध्यक्ष के तौर पर कार्यरत थी।

2015 में झारखंड की राज्यपाल चुनी गई:

द्रौपदी मुरमू ने 1997 से 2014 तक अपनी राजनीतिक ताकतों से उड़ीसा की मदद करने के बाद 18 मई 2015 में आदिवासी बहुल झारखंड क्षेत्र से राज्यपाल चुनी गई। द्रौपदी मुर्मू अब तक की झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थी जिनका कार्यकाल जुलाई 2021 में समाप्त हुआ|

द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल में आदिवासियों के लिए एवं अनुसूचित जनजातियों के लिए बीजेपी राज्य सरकार एवं बीजेपी केंद्र सरकार की मदद से काफी कार्य किया जिससे आज आदिवासियों की स्थिति में काफी सुधार है जिससे आदिवासी भी अब खुद को इस समाज का अभिन्न अंग मांगते हैं|

NDA द्वारा राष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा:

एनडीए द्वारा द्रौपदी मुर्मू को जून 2022 में राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए घोषित किया गया। द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार के चुनने के पीछे सबसे बड़ा कारण उनका एक विनम्र स्वभाव है जिससे वह लोगों से आसानी से घुल मिल जाते हैं एवं उनका राजनीतिक करियर है|

अपने राजनीतिक करियर को द्रौपदी मुर्मू ने काफी ईमानदारी से निभाया है चाहे वह जिला परिषद के पद पर हो या वह विधायक हो या वे झारखंड की राज्यपाल हो|

द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति:

जून 2022 में भाजपा ने मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में चुना वहीं विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुना गया। चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को कई विपक्षी दलों जैसे की BJD, BSP, SS द्वारा मतदान में समर्थन किया गया|

मतदान के बाद 21 जुलाई 2022 को द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 676830 वोटों से स्पष्ट रूप से हराकर राष्ट्रपति बनने का कार्य किया है|

द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई 2022 को भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी, भारत के लिए काफी गौरव की बात है। वह भारत में प्रतिभा पाटिल के बाद दूसरे महिला राष्ट्रपति होंगी|

Draupadi Murmu Biography In Hindi [FAQ]

नीचे Draupadi Murmu Biography In Hindi से जुड़े कुछ प्रश्नों एवं उसके जवाब बताए गए है इन्हे भी जरूर पढ़े|

Que. द्रौपदी मुर्मू कौन है?

Ans. द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने वाली उम्मीदवार हैं जिनका राष्ट्रपति पद का शपथ ग्रहण 25 जुलाई 2022 को होगा।

Que. द्रौपदी मुर्मू की जन्म कहां हुआ है?

Ans. द्रौपदी मुर्मू की जन्म एक आदिवासी परिवार में मयूरभंज, ओडिशा में 1958 में हुआ है।

Que. द्रौपदी मुर्मू की राजनीतिक जीवन कब शुरू हुआ?

Ans. द्रौपदी मुर्मू की राजनीतिक जीवन 1997 में BJP से जिला पार्षद पद के रूप में शुरू हुआ।

Que. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल कब बनी?

Ans. द्रौपदी मुर्मू 18 मई 2015 को झारखंड की राज्यपाल बनी, जिनका कार्यकाल जून 2021 तक 6 सालों के लिए रहा। इन्होंने अपने कार्यकाल में आदिवासी जनजातियों के लिए काफी कुछ करने का प्रयास किया।

Que. द्रौपदी मुरमू किस समुदाय से ताल्लुक रखती हैं?

Ans. आदिवासी समुदाय

निष्कर्ष

आज के लेख मे आप सब ने Draupadi Murmu Biography In Hindi के बारे मे पूरी जानकारी प्राप्त की हमारा यही कोशिश करता है की हम आप तक सभी जानकारी पहुचाए|

Draupadi Murmu Biography इसके बारे में हमारा यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं नीचे कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से साथ ही इससे जुड़ा यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव (Suggestion) हो तो उसे भी लिखना न भूलें।

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