नमस्कार दोस्तों, आज हम इस लेख लेख में आपको धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय | Dhirendra Shastri Biography In Hindi से जुड़ी सभी जानकारिया देंगे।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय | Dhirendra Shastri Biography In Hindi | Dhirendra Krishna Shastri Biography | Bageshwar Dham Kya Hai | Bageshwar Dham- Dhirendra Krishna Shastri in Hindi | Bageshwar Dham History in Hindi | Bageshwar Dham Wikipedia in Hindi | Dhirendra Shastri Wikipedia in Hindi
जैसे कि आप जानते हैं कि धीरेंद्र कृष्ण जी को हनुमान का अवतार माना गया है। आप सभी लोगों के मन में इनके प्रति श्रद्धा को देखते हैं। तथा कुछ लोग इन्हें चमत्कारी महाराज के नाम से भी जानते हैं। आज इन्हें सभी बागेश्वर बालाजी के नाम से जानते हैं। और आज हम इस आर्टिकल के माध्यम के द्वारा उनके जीवन की सभी पहलुओं से अवगत करायेगे। अगर आप इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें।
इसे भी पढ़े- [2023] द्रौपदी मुर्मू की जीवन परिचय | Draupadi Murmu Biography In Hindi
Dhirendra Shastri Wikipedia in Hindi
तो चलिए अब Dhirendra Shastri Wikipedia in Hindi के बारे मे बिस्तार से जानते है-
पूरा नाम | श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री |
उपनाम | महाराज बगेश्वरधाम |
प्रचलित नाम | बागेश्वर वाले महाराज, बालाजी जी महाराज |
जन्म तिथि | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान | गड़ा, छतरपुर, मध्यप्रदेश |
निवास स्थान | गड़ा, छतरपुर |
जाति | पंडित |
धर्म | हिन्दू |
नागरिकता | भारतीय |
राज्य | मध्यप्रदेश |
राशि चक्र | धनु राशि |
बोलचाल की भाषाएं | अंग्रेजी, हिंदी, बुन्देली, संस्कृत |
कार्यकाल | 2003 से अब तक |
शिक्षा | बी ए (B.A),स्नातक |
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय | Dhirendra Shastri Biography In Hindi
आप सभी प्रतिदिन बागेश्वर धाम के सभी वीडियो को आजकल सोशल मीडिया में वायरल होते हुए देखते होंगे। जिसके कारण लोगों के प्रति बागेश्वर धाम का श्रद्धा बढ़ती जा रही हैं। और लोग अपना श्रद्धा भक्ति बागेश्वर जी के धाम में व्यक्त कर रहे हैं। इस धाम में बालाजी का भव्य दरबार लगता है। और लोग यहां हजारों की संख्या में दर्शन करने के लिए देश-विदेश से यहां आते हैं। इस धाम का पूरा कार्यभार धीरेंद्र कृष्ण जी को दिया गया है। इसीलिए इन्हें बागेश्वर महाराज और बालाजी के नाम से भी जाना जाता है।
बहुत से लोग धीरेंद्र कृष्ण जी को हनुमान जी का अवतार मानते हैं। हनुमान जी का यह मंदिर कई साल से पुराना मंदिर है। जो धीरेंद्र कृष्ण जी इसे लगभग 3या 4 पीढ़ियों से इस मंदिर के पुजारी रहे हैं। इस मंदिर को धीरेंद्र कृष्ण जी के दादाजी ने इसका पुनः निर्माण करवाया था। और इस मंदिर में कई पीढ़ियों से काफी विशाल दरबार लगता आया है। और इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
इस दरबार को धीरेंद्र कृष्ण जी ने 2003 से ही संभाला है। और यह 9 वर्ष की उम्र में ही हनुमान जी के प्रिय भक्त गए थे। धीरेंद्र कृष्ण जी अपने सभी कर्तव्यों का पालन नियमित रूप से करते हैं। जैसा कि इस मंदिर की पूजा उनके पूर्वज किया करते थे।
आज यह भी उसी प्रकार से इस मंदिर की पूजा करते हैं। तथा इन्होंने अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं को अपनी श्रद्धा से काफी मजबूत बना दिया है। धीरेंद्र कृष्ण जी हनुमान जी की भक्ति में अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था। यह हनुमान जी के सच्चे भक्त बनना चाहते थे। इन्हें बचपन से ही खेलकूद में कोई रुचि नहीं था। यह सिर्फ हनुमान जी के भक्ति में लीन रहते थे।
आज इन्हें सभी लोग अपना गुरु मानते हैं। और इनके दर्शन के लिए उत्सुक रहते हैं। इनके प्रवचनों और लोगों को सुनकर उन्हें बहुत शांति मिलती है। इनके प्रवचनों को सुनने के लिए देश विदेशों से बड़ी तादाद में इकट्ठे होते हैं। इनकी लोकप्रियता का राज भक्ति और शक्ति है। इन्हें लोग चमत्कारी महाराज भी कहते हैं। क्योंकि लोगों का ऐसा मानना है कि इनकी कही हुई बात कभी गलत सिद्ध नहीं हो सकती है।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कौन है ? | Dhirendra Krishna Shastri in Hindi
धीरेंद्र कृष्ण जी का जन्म 4 जुलाई 1996 में हुआ था। यह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गंडा नामक गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और माताजी का नाम सरोज गर्ग है। इन्होंने अपना पूरा बचपन अपनी जन्मभूमि गंडा गांव में ही व्यतीत किया है। इनके पहले गुरु इनके दादा जी थे जिसका नाम भगवान दास गर्ग था। इन्होंने धीरेंद्र कृष्ण जी को रामायण और भगवत गीता से परिचित कराया था। धीरेंद्र कृष्ण जी का परिवार बहुत गरीबी में व्यतीत हुआ था।
धीरेंद्र की इच्छा वृंदावन में जाकर कर्मकांड पढ़ना था। लेकिन उनके पिता के पास उतनी पैसे नहीं थे। जिसके कारण वे कर्मकांड को नहीं पढ़ पाए। इसके पश्चात धीरेंद्र मंदिर में बैठकर ही हनुमान जी का ध्यान करते थे। और अपनी श्रद्धा को हनुमान जी के सामने व्यक्त करते थे। आज के दौर में वे बागेश्वर धाम के महाराज / पुजारी बन गए हैं।
इस दरबार में हनुमान जी का भव्य दरबार लगता है। और धीरेंद्र कृष्ण जी का प्रवचन सुनाई देता है। भारी संख्या में श्रद्धालुओं की आवागमन होती है और लोग इनके प्रवचनों को ध्यानपूर्वक सुनते हैं। इसी कारण इन्हें बागेश्वर महाराज और बालाजी महाराज के नाम से प्रचलित किया गया है।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के परिवार
आप Dhirendra Shastri Wikipedia in Hindi और Bageshwar Dham Wikipedia in Hindi के बारे मे जान चुके है चलिए अब धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के परिवार के बारे जानते है-
पिता का नाम | राम करपाल गर्ग |
माता का नाम | सरोज गर्ग |
दादा जी का नाम | भगवान दास गर्ग |
बहन | एक (नाम अज्ञात) |
भाई | दो भाई (नाम अज्ञात) |
पत्नी | नहीं |
प्रिय दोस्त | राजाराम |
बागेश्वर धाम क्या है ? | Bageshwar Dham Kya Hai
यह धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के एक गंदा नामक गांव में स्थित है। इसके आसपास बागेश्वर जी का धाम निर्मित है। यहां एक हनुमान जी का मंदिर भी है। इसके आस-पास में हि महाराज धीरेंद्र कृष्ण जी के दादाजी और गुरु जी की समाधि को बनवाया गया है।
लोग यहां मंदिर में आने के लिए मंगलवार के दिन अर्जी लगाते हैं। इस मंदिर में केवल मंगलवार के दिन ही अर्जी लगाई जा सकती हैं। अगर मंगलवार के अतिरिक्त किसी अन्य दिन पर अर्जी लगाना चाहते हैं। तो यहां अर्जी की कोई सुनवाई नहीं होगी। क्योंकि मंगलवार की दिन ही बालाजी का वार माना गया है।
अर्जी को लगाने के लिए लोगों को एक नारियल को लाल कपड़े में बांधनी पढ़ते हैं। और इस नारियल को अपनी मनोकामना को बोल कर एक निश्चित स्थान पर बांध देते हैं। यहां लाखों की संख्या में नारियल को बंधे हुए देख सकते हैं। नारियल के बांधने के बाद 21 बार में मंदिरों की परिक्रमा करनी पड़ती है। ऐसा माना जाता है कि यहां लगी हुई और जी को कभी विफल नहीं होता है।
Bageshwar Dham Wikipedia in Hindi
मंदिर का नाम | बागेश्वर मंदिर धाम सरकार |
बागेश्वर धाम मंदिर के मुख्य पुजारी | श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी |
बागेश्वर धाम सरकार मंदिर का पता | Garha, Ganj, Chhatarpur, Madhya Pradesh, India-471105 |
बागेश्वर धाम सरकार हेल्पलाइन नंबर | 8120592371 |
इस स्थान पर अर्जी लगाने के लिए बहुत सारे लोग कई जगह से आते हैं। और इसमें भव्य दरबार का आनंद लेते हैं। और इनकी प्रवचनों को सुनते हैं लोग अपनी समस्याओं का समाधान पूछते हैं। और बागेश्वर जी महाराज के द्वारा बताए गए समाधान का पालन करते हैं।
बागेश्वर मंदिर धाम के टोकन क्या होते हैं ?
इस स्थान पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए एक ध्यान देने वाली बातें हैं। कि बागेश्वर मंदिरों में प्रवेश करने के लिए आपको सेवा समिति की तरफ से एक टोकन प्राप्त होता है। अगर आप इस मंदिर में पहली बार दर्शन करना चाहते हैं तो आपको उस टोकन को लेना ही पड़ेगा। और आप इस टोकन को प्राप्त करना चाहते हैं। तो आपको सबसे पहले अपने मोबाइल नंबर और अन्य जानकारियों को देना पड़ेगी।
बागेश्वर मंदिर धाम के लिए टोकन को कैसे प्राप्त करें ?
अगर कोई भी श्रद्धालु इस मंदिर का दर्शन करना चाहता है। तो उसे श्रद्धालु को टोकन की आवश्यकता जरूर होगी। यह टोकन मंदिर की तरफ से ही मिल सकता है। जिसे कोई भी महीने के किसी भी तारीख को प्राप्त किया जा सकता है। इसमें मंदिर की तरफ से दिए जाने वाले समय और तारीख की जानकारियों को कर्मचारी से ही पता लगाया जा सकता है। इसके लिए आपको मंदिर में जाकर टोकन को लेना होगा। और दर्शन के लिए जाना होगा। तथा साथ ही इसमें टोकन प्राप्त होने वाले अर्जी पर बागेश्वर धाम जी की अर्जी स्थित होती है।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के सोशल मीडिया अकाउंट
यहाँ क्लिक करें | |
YouTube | यहाँ क्लिक करें |
निष्कर्ष
आज के इस लेख मे आप सब ने के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय | Dhirendra Shastri Biography In Hindi | Dhirendra Krishna Shastri Biography बारे मे जानकारी प्राप्त की है अगर आपको ये लेख पसंद आया है तो इसे सभी दोस्तों के साथ शेयर करें|